Motivational Hindi Story
अंचल एक जिज्ञासा से भरपूर दस साल की बच्ची थी। एक दिन, अटारी साफ करते हुए उसे एक पुराना, धूल से भरा रिमोट कंट्रोल मिला। रिमोट में हरे, पीले, और नीले रंग के तीन बटन थे, जिन पर क्रमशः आगे, पीछे, और ठहराव के चिन्ह बने हुए थे। हंसते हुए अंचल ने सोचा, “शायद ये किसी टूटे हुए खिलौने का रिमोट होगा।”
उसने रिमोट को टेलीविजन की तरफ घुमाया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अचानक, अंचल की माँ उसे पुकारने लगी, “अंचल! जल्दी आओ, तुम्हारा पसंदीदा कार्टून शुरू होने वाला है!”
अंचल ने अटारी से बाहर जाने के लिए सीढ़ियां चढ़ीं, लेकिन जैसे ही उसने पहला कदम रखा, उसे लगा कि कमरा घूम रहा है। आँखें खोलने पर उसने देखा कि वह टेलीविजन के सामने खड़ी है, कार्टून चालू है! उसने रिमोट टेलीविजन से हटाकर टेबल पर रख दिया।
कुछ देर बाद, उसे याद आया कि वह तो अटारी में थी। अचान्भा के मारे वह टेबल पर लौटी और रिमोट उठा लिया। उसने देखा कि आगे के बटन के पास एक हल्की रोशनी चमक रही है। अचल को अचानक एक अजीब ख्याल आया, “क्या होगा अगर…”
उसने आगे का बटन दबाया। अचानक, कमरा फिर घूमने लगा। आँख खोलने पर उसने पाया कि वह स्कूल में अपने डेस्क पर बैठी है, क्लास चालू है! अंचल हतप्रभ रह गई। क्या यह सपना है?
उसने पीछे का बटन दबाया। वापस टेलीविजन के सामने आ गई। उसने आगे, पीछे, और ठहराव के बटनों को आजमाया। हर बार, कमरा घूमता और वह समय में आगे-पीछे या रोक लेती।
खुशी से झूम उठी अंचल। अब वह कभी भी बोर नहीं होगी! अगले कुछ दिनों में उसने जमकर मस्ती की। सुबह स्कूल जाने से बचने के लिए समय को आगे बढ़ा दिया, टेस्ट में ज्यादा अंक पाने के लिए समय रोककर जवाब देख लिए, और जल्दी सोने से बचने के लिए समय को पीछे कर दिया।
लेकिन, जल्द ही अंचल को एहसास हुआ कि समय में हेरफेर करना उतना मजेदार नहीं है जितना उसने सोचा था। क्लास में समय रोकने पर भी उसे कुछ समझ नहीं आता था, क्योंकि टीचर की आवाज सुनाई नहीं देती थी। टेस्ट में धोखा करने से उसे कोई खुशी नहीं मिली। जल्दी सोने से बचने पर भी अगले दिन स्कूल में बहुत थकान महसूस होती थी।
एक दिन, उसने आगे का बटन दबाकर सीधे अपने जन्मदिन पर जाने का फैसला किया। जन्मदिन का माहौल देखकर वह खुश तो हुई, लेकिन जब वह केक काटने के लिए आगे बढ़ी, तो उसे एहसास हुआ कि उसके माता-पिता और दोस्त कहीं नहीं हैं। वे तो उसी समय का इंतजार कर रहे थे जब वह अटारी से नीचे आएगी।
अचल को अकेलेपन और पछतावे ने घेर लिया। उसने जल्दी से रिमोट का पीछे का बटन दबाया और वापस अटारी में आ गई। उसने रिमोट को जमीन पर फेंक दिया, आँखों से आंसू बह रहे थे।
उसकी माँ ऊपर आई और उसे देखकर पूछा, “अंचल, क्या हुआ?” अंचल ने अपनी माँ को सब कुछ बता दिया। उसकी माँ ने उसे प्यार से गले लगा लिया और समझाया, “समय एक नदी की तरह है, जिसे रोका या वापस नहीं लाया जा सकता। हर पल की अपनी खासियत होती है। जियो पल भर, ज़िन्दगी भर।”
अंचल को अपनी माँ की बात समझ आ गई। उसने रिमोट उठाकर अटारी के कोने में छिपा दिया। उसने वापस सीढ़ियां उतरीं और अपनी माँ से पूछा, “मम्मी, आज कुछ अच्छा बनाएंगी क्या? मुझे बहुत भूख लगी है!” उसकी माँ मुस्कुराईं और बोलीं, “पक्का! आज तेरा पसंदीदा डोसा बनाऊंगी।”
Motivational Short Hindi Story
अब अंचल हर पल को जीना सीख गई थी। वह यह भी जान गई थी कि समय के साथ हेरफेर करने से ज्यादा खुशी उन छोटे-छोटे पलों में मिलती है, जिन्हें हम अपने प्रियजनों के साथ बिताते हैं। रिमोट को भले ही उसने छिपा दिया था, लेकिन उसने इससे एक अनमोल सबक सीखा था – भविष्य का इंतजार न करें, वर्तमान का आनंद लें, और यादों को सहेजें, उन्हें पीछे न छोड़ें।
कहानी से सीखे गए सबक | Lessons from the story
1. समय की कीमत: अंचल ने सीखा कि समय कितना कीमती है। उसे समय में आगे-पीछे जाकर एहसास हुआ कि हर पल की अपनी अहमियत होती है और उसे उसी पल में जिया जाना चाहिए।
2. वर्तमान में जीना: अंचल ने सीखा कि भविष्य के बारे में चिंता करने या अतीत के पछतावे में डूबे रहने से कोई फायदा नहीं है। हमें वर्तमान पल में जीना चाहिए और उसे पूरी तरह से अनुभव करना चाहिए।
3. हर पल की अहमियत: अंचल ने महसूस किया कि हर पल की अपनी खासियत होती है। चाहे वह स्कूल में हो, घर पर हो या खेलते समय, हर पल को जीना चाहिए।
4. दोस्तों और परिवार का महत्व: जब अंचल अपने जन्मदिन पर अकेली थी तब उसे एहसास हुआ कि दोस्तों और परिवार का साथ कितना जरूरी होता है।
5. धोखा देने से कोई फायदा नहीं: अंचल ने टेस्ट में धोखा देने की कोशिश की लेकिन उसे कोई खुशी नहीं मिली। इससे उसने सीखा कि ईमानदारी ही सबसे बड़ा गुण है।
6. जिज्ञासा अच्छी है लेकिन सीमा में: अंचल की जिज्ञासा ने उसे एक रोमांचक अनुभव दिया लेकिन उसने यह भी सीखा कि जिज्ञासा को सीमा में रखना जरूरी है।
7. हर चीज का एक समय होता है: अंचल ने समझा कि हर चीज का एक सही समय होता है। हमें धैर्य रखना चाहिए और चीजों को अपने समय पर होने देना चाहिए।
अंचल की कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीजें अमूल्य हैं, जैसे कि समय, परिवार और दोस्ती। हमें इन चीजों का महत्व समझना चाहिए और इनका आनंद लेना चाहिए।
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