बोलती चिड़िया
Motivational Hindi Story
शर्मा परिवार को एक नया पालतू मिला था – एक हरे रंग का तोता, जिसका नाम मिठू रखा गया। मिठू सिर्फ साधारण तोता नहीं था, वह बोल भी सकता था। वो भी ऐसे नहीं, उसके पास शब्दों का ऐसा भंडार था, जिसे सुनकर कभी हंसी आती तो कभी सिर पकड़ लेना पड़ता था।
मिठू का आगमन शर्मा परिवार के लिए तूफान लाने जैसा था। सुबह होते ही वो “सुबह बेकार है, सो जाओ भाई!” चिल्लाकर जगाता। रात को मेहमान आते तो उनके सारे राज उजागर कर देता। घर में लगातार चुटकुले गूंजते रहते, कभी-कभी चुटकुले इतने पुराने होते कि दादी-नानी भी पेट पकड़कर हंस पड़तीं।
एक दिन, मिठू ने पड़ोसन आंटी गुप्ता की गपशप सुन ली। अगले दिन, पूरे मोहल्ले में यही चर्चा गूंज रही थी कि आंटी गुप्ता अपने कुत्ते को चॉकलेट खिलाती हैं! आंटी गुप्ता गुस्से से तमतमा गई, लेकिन मिठू बेफिक्र पिंजरे में “सच तो कड़वा होता है!” गा रहा था।
मिठू की शरारतें सिर्फ इतनी भर नहीं थीं। वो पापा के ऑफिस फोन काट लेता, मम्मी की साड़ियों में छेद कर देता और बच्चों के होमवर्क के जवाब बदल देता। शर्मा परिवार हताश हो चुका था, लेकिन ये चिड़िया इतनी प्यारी और मासूम दिखती थी कि उसे डांटना भी मुश्किल था।
एक बार, बिट्टू, शर्मा परिवार का बेटा, स्कूल में प्रोजेक्ट पेश करने के लिए बहुत घबरा रहा था। मिठू ने यह देखा, तो उसने बिट्टू को प्रोजेक्ट के बारे में पूछा। बिट्टू ने उसे डरते हुए बताया कि उसे प्रजेंटेशन नहीं देनी आती।
मिठू ने उसे समझाया, “घबरा मत। बस अपना काम अच्छे से करो, बाकी मैं संभाल लेता हूँ।” बिट्टू को समझ नहीं आया, लेकिन थोड़ा हौसला जरूर मिला।
स्कूल में जब बिट्टू प्रोजेक्ट पेश कर रहा था, तभी अचानक क्लास रूम में मिठू की आवाज गूंजी। उसने बिट्टू के प्रोजेक्ट के बारे में इतना दिलचस्प और मजेदार तरीके से बताया कि पूरा क्लास हंसने और ताली बजाने लगा। बिट्टू को इतनी तारीफ मिली कि वह खुशी से झूम उठा।
इस घटना के बाद, शर्मा परिवार ने मिठू की शरारतों को सहना सीख लिया। उन्होंने पाया कि मिठू भले ही शरारती है, लेकिन उसके दिल में प्यार ही है। परिवार में अब हंसी और खुशी का माहौल बना रहता है, और मिठू “बोलती चिड़िया” से शर्मा परिवार का “खुशियों का तोता” बन गया।
कहानी से सीखे गए सबक
1. हर बुरी चीज में कुछ अच्छा होता है: मिठू भले ही शरारती था, लेकिन उसने बिट्टू को उसकी परेशानी में मदद की। इससे हमें यह सीख मिलती है कि हर बुरी चीज में कुछ न कुछ अच्छा जरूर होता है।
2. बदलाव लाने की शक्ति: मिठू ने शर्मा परिवार की जिंदगी में बहुत सारे बदलाव लाए। इससे हमें यह पता चलता है कि छोटी सी चीज भी बड़े बदलाव ला सकती है।
3. संचार का महत्व: मिठू एक बोलती चिड़िया थी और उसने अपनी बातें स्पष्ट रूप से रखी। इससे हमें यह पता चलता है कि संचार कितना महत्वपूर्ण है।
4. हास्य की ताकत: मिठू की शरारतों ने परिवार में हंसी और खुशी का माहौल बनाया। इससे हमें यह पता चलता है कि हास्य कितनी शक्तिशाली चीज होती है।
5. स्वीकार करना: शर्मा परिवार ने मिठू की शरारतों को स्वीकार किया और उसे प्यार दिया। इससे हमें यह पता चलता है कि हमें लोगों को उनकी कमियों के साथ स्वीकार करना चाहिए।
6. सबक सीखना: मिठू की वजह से शर्मा परिवार ने कई सबक सीखे। इससे हमें यह पता चलता है कि हमें हर स्थिति से कुछ न कुछ सीखना चाहिए।
7. धैर्य रखना: शर्मा परिवार ने मिठू की शरारतों के बावजूद धैर्य रखा और अंततः उन्हें प्यार मिला। इससे हमें यह पता चलता है कि धैर्य से बड़ा कोई धन नहीं होता।
यह कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में हर चीज अच्छी या बुरी नहीं होती है। हमें हर चीज को एक नए नजरिए से देखना चाहिए और उसमें कुछ न कुछ अच्छा ढूंढने की कोशिश करनी चाहिए।
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